एमपी में अब तक 1.10 लाख मीट्रिक टन गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा गया
भोपाल। कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच मध्यप्रदेश में अब तक सर्वाधिक गेहूं खरीदी का नया कीर्तिमान बना है। इस उपलब्धि को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जेम्स बॉन्ड के किसी मिशन की तरह बताया है।
मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज ने आज ट्विटर पर गेंहू की सरकारी खरीद की कहानी साझा की। अपनी सरकार की उपलब्धि बताने के लिए उन्हें फंतासी हॉलीवुड फ़िल्म कैरेक्टर जेम्स बॉन्ड का सहारा लेना पड़ा। हालांकि उनके ट्वीट के रिप्लाई में गेहूं खरीद की समस्याएं भी किसान बता रहे हैं।
शिवराज ने ट्विटर पर कहाचलिए, आज मैं मेरे प्रदेश के मेहनतकश किसान भाइयों-बहनों की तरफ़ से देश ले साथ अच्छी खबर शेयर कर रहा हूँ। COVIDー19 के बावजूद हमारी टीम मध्यप्रदेश ने गेहूं उपार्जन में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।
उन्होंने कहा कि ये पूरा मिशन किसी जेम्स बॉंड के मिशन से कम नहीं था । आज तक हमने 1.10 लाख मेट्रिक टन गेहूं को न्यूनतम सपोर्ट मूल्य पर ख़रीदा है, जो मार्केट रेट से 10% तक अधिक है।
चलिए, आज मैं मेरे प्रदेश के मेहनतकश किसान भाइयों-बहनों की तरफ़ से देश ले साथ अच्छी खबर शेयर कर रहा हूँ। #COVIDー19 के बावजूद हमारी टीम मध्यप्रदेश ने गेहूं उपार्जन में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 24, 2020
ये पूरा मिशन किसी जेम्स बॉंड के मिशन से कम नहीं था! 😊
कोरोना के इस कठिन दौर में कम से कम ₹2500 करोड़ की अतिरिक्त राशि मेरे किसान भाइयों-बहनों के अकाउंट में जमा हो गई है। इससे ज़्यादा ख़ुशी की बात और क्या हो सकती है?
हर किसान के खाते में सीधे सिर्फ़ 10 दिन के भीतर पैसे जमा हो रहे है, वो भी बिना किसी तकलीफ़ के…
और एक अच्छी बात बताऊँ? मेरे हर एक किसान भाई-बहन ने हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दिए हुए ‘दो गज की दूरी’ के मंत्र का अक्षरशः पालन किया, और किसी भी उपार्जन केंद्र पर से अब तक किसी भी तरह के कोरोना संक्रमण का समाचार नहीं आया है।
हर गरीब को 50 किलो गेहूं देने की मांग
शिवराज के इस दावे पर एक ट्विटर हैंडल ने उन्हें सलाह दी है कि प्रदेश में गेहूं रखने की जगह नहीं है। इसलिए लॉकडाउन में परेशान प्रत्येक गरीब परिवार को 50 किलो अतिरिक्त गेहूं दे दिया जाए।