- महेश्वर में डॉ भीम राव अंबेडकर जयंती समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री ने किया ऐलान
- लाड़ली बहना महासम्मेलन में बहनों को किया संबोधित
- टप्पा करई को तहसील एवं बलवाड़ा और काटकूट को उप-तहसील बनाया जाएगा
महेश्वर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को खरगोन जिले के महेश्वर में बाबा साहेब डॉ’ भीम राव अंबेडकर जयंती समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने लाड़ली बहना महासम्मेलन को भी संबोधित किया। उन्होंने विभिन्न विकासकार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी किया। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल भी शामिल हुए। इस अवसर पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज डॉ. साहेब बाबा अंबेडकर की जयंती और बैसाखी पर्व भी है। हमने महू में जहां उनका स्मारक बनाया है ,उसके पास साढ़े 3 तीन एकड़ जमीन पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बेहतर स्थान बनाने व्यवस्था की है। वहां धर्मशाला बनाई जाएगी। शिवराज ने कहा कि बाबा साहेब के बनाए हुए संविधान पर हम आज सरकार चला रहे हैं। हमने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में उनके पंचतीर्थ जहां उनका जन्म हुआ, पढ़ाई.लिखाई हुई, जहां उन्होंने संविधान लिखा, दीक्षा ली और जहां उनका परिनिर्वाण हुआ उनको योजना में शामिल किया है। सीएम ने ऐलान किया कि आने वाली पीढ़ियां मां अहिल्याबाई द्वारा किए गए कार्यों और उनके जीवन इतिहास को जानें, इसलिए मां अहिल्या बाई महालोक का निर्माण किया जाएगा। टप्पा करई को तहसील एवं बलवाड़ा और काटकूट को उप-तहसील बनाया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने महासम्मेलन में जिलों से आईं बहनों पर पुष्पवर्षा कर स्वागत व अभिनंदन किया।
बेटियों को बनाया लखपति
सीएम शिवराज ने कहा कि मैंने तय किया था कि मध्य प्रदेश की धरती पर अगर बिटिया पैदा होगी तो लखपति पैदा होगी। जब मैं मुख्यमंत्री बना तो सबसे पहले इसलिए लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई। आज मध्यप्रदेश की धरती पर 44 लाख 50 हजार लाड़ली लक्ष्मी बेटियां हैं। अब लाडली लक्ष्मी योजना का विस्तार किया गया है। जब बेटी कॉलेज में एडमिशन लेगी तो उसे साढ़े 12 हजार और डिग्री लेने पर साढ़े 12 हजार दिए जाएंगे। मैंने बेटियों की शादी के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना बनाई, हालांकि कांग्रेस ने सत्ता में आते ही इस योजना को बंद कर दिया था। सीएम ने कहा कि मैं बेटियों-बहनों को सुखी रखने के लिए एक के बाद एक अनेकों योजना बनाते चला गया। मैंने कन्या विवाह योजना बनाई और यह तय किया कि गरीब बेटियों की शादी सरकार कराएगी।
बहनों को देंगे 1 हजार रूपये महीना
सीएम ने कहा कि मेरी बहनों आपकी आंखों में आंसू नहीं रहने दूंगा। आपकी जिंदगी बदलना ही मेरे जीवन का ध्येय है। हमने बहनों के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना प्रारंभ की है। इस योजना में हर बहन के खाते में प्रति माह ₹1000 आएंगे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के क्रियान्वयन और सामाजिक सुधार के लिए हर गांव में लाड़ली बहना सेना का गठन किया जाएगा। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के फॉर्म 30 अप्रैल तक भरे जाएंगे। फॉर्म भरने और ई-केवाईसी के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना एक सामाजिक क्रांति है। यह बहनों की जिंदगी में सम्मान लाएगी और उनका आत्म.विश्वास बढ़ेगा। काफी सोच.विचार के बाद यह योजना बनाई गई है। इसमें बहनों के खाते में हर माह 1000 रूपये दिए जाएंगे। ऐसे परिवार जिनकी वार्षिक आय ढाई लाख से कम हो, भूमि 5 एकड़ से कम हो और चार पहिया वाहन न हो, ऐसी 23 से 60 वर्ष तक की बहनों को इस योजना का लाभ मिलेगा। योजना के लिए हर वार्ड और गाव में शिविर लगाए जाकर फार्म भरे जा रहे हैं। फार्म भरने की अंतिम तिथि 30 अप्रैल है। यदि इसके बाद भी नाम छूट गए तो उन्हें भी जोड़ा जाएगा। हर पात्र बहन को योजना का लाभ मिलेगा।
ऐसी बनी लाडली बहना योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी मैं अपनी गरीब बहनों को देखता था, जिनके पास जमीन जायदाद नहीं है। उनको अगर हजार रुपए की भी जरूरत पड़ जाती थी तो परेशानी होती थी। पैसे के लिए परिवार वाले, पति डांट देता था। मेरे मन में एक बेचौनी थी कि एक ऐसी योजना बनाऊं जिससे इन बहनों के हाथ में भी पैसा आए और यह अपने बच्चों की छोटी-छोटी मांग पूरी कर सके। मायके जा सके, पैसे के लिए हाथ न फैलाना पड़े। मुख्यमंत्री ने बताया कि एक दिन रात भर जागकर मैंने इस योजना के बारे में सोचा और सुबह 4 बजे संकल्प लेकर बहनों के कल्याण के लिए यह योजना बनाने की ठान ली। जैसे भैया साल में एक बार राखी बंधवाता है और बहनों को साड़ी कपड़ा, पैसा देता है वैसे ही मैं भी आप लोगों का सगा भाई हूं इसलिए मैंने बहनों को हर माह 1-1 हजार देने के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना बनाई।
कैसे मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना में बहनों का केवाईसी कराना आवश्यक है। इसके लिए सरकार प्रति केवाईसी 15 रूपये केवाईसी करने वालों को दे रही है। केवाईसी राशन की दुकान, कॉमन सर्विस सेंटर और एमपी ऑनलाइन पर करवाया जा सकता है। मुख्यमंत्री चौहान ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोई भी बहन किसी भी व्यक्ति को एक भी रुपया न दे। यदि कोई मांग करता है तो सीधे 181 पर शिकायत करें, उस व्यक्ति को जेल भेजा जाएगा।
आराम से फॉर्म भरना बहना
यह बहनें होंगी योजना की पात्र
सीएम शिवराज ने कहा कि अभी मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के फॉर्म भरे जा रहे हैं। इसमें 23 साल से लेकर 60 साल तक की वह सभी बहने पात्र हैं। जिनके परिवार की वार्षिक आय ढाई लाख रुपए से कम और 5 एकड़ से कम जमीन हो, भी फॉर्म भर सकती हैं।
तीन बहु है तो तीनों को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं बहनों में कोई भेदभाव नहीं करता। इसलिए अगर एक घर में 3 बहू हैं तो तीनों को योजना के तहत पैसा मिलेगा। बूढ़ी सासू मां की पेंशन बढ़ाकर 1 हजार कर दूंगा। सीएम ने कहा – यह कटु सत्य है कि पैसा है तो इज्जत है, पैसे से आत्मविश्वास है।बहनों की जिंदगी बदले यह मेरी जिंदगी का लक्ष्य है, बहनों तुम सुखी रहोगी तो मेरी जिंदगी सफल हो जाएगी।
चुनाव में आरक्षण देकर राजनीतिक सशक्त बनाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने बेटियों-बहनों की ताकत बढ़ाने के लिए उन्हें पंचायत, स्थानीय निकाय, नगर पालिका के चुनाव में आधी सीटों अर्थात 50ः आरक्षण दिया, क्योंकि पहले तो केवल भैया चुनाव लड़ते थे, बहने केवल घर में खाना बनाती थी। मैं इस प्रवृत्ति को बदलना चाहता था। बेटियों को पुलिस की भर्ती में मैंने 30ः आरक्षण दिया ताकि माताओं-बहनों की सुरक्षा का ध्यान रख सकें।
हर किसी को मिलेगी जमीन, हर किसी को मिलेगा घर
मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना के बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भू-अधिकार योजना के अंतर्गत किसी के पास रहने की जमीन का टुकड़ा नहीं है, उनको निःशुल्क भू-खंड का पट्टा प्रदान कर रहने की जमीन का मालिक बनाएंगे। जमीन पर घर बनाने के लिए सरकार आर्थिक रूप से मदद करेगी मुख्यमंत्री योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बना कर दिए जाएंगे।
बंद किये शराब के अहाते
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश नशामुक्ति की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में नशे पर नैतिक अंकुश लगाया गया है। शराब के अहाते बंद कर दिए गए हैं। अब सड़क पर कोई भी शराब नहीं पी सकता, वरना उस पर कार्रवाई की जाएगी।
बहनों को रजिस्ट्री में दी छूट
शिवराज ने कहा कि पहले जब संपत्ति खरीदी जाती थी तब पति के नाम खरीदी जाती थी। तब हमारी सरकार ने तय किया कि अगर रजिस्ट्री महिला के नाम पर होगी तो स्टांप शुल्क कम लगेगा। अगर आदमी खरीदेगा तो 3 प्रतिशत और बहन खरीदेगी तो 1 शुल्क ही लग रहा है। उसका परिणाम यह हुआ कि अब बहनों के नाम मकान, दुकान, खेत खरीदे जा रहे हैं।
सीएम राइज से बेहतर होगी पढ़ाई
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं सीएम राइज स्कूल खोल रहा हूं, ये प्राइवेट स्कूलों से बेहतर हैं। एक-एक सीएम राइज स्कूल की बिल्डिंग 30-38 करोड़ रुपए से बन रही है, जिसमें स्मार्ट क्लास, लाइब्रेरी, खेल का मैदान होगा और बस के माध्यम से गांवों से बच्चों को स्कूलों में लाया जाएगा और बच्चों की फीस मामा भरवाएगा। 25 किलोमीटर दूर तक के विद्यार्थियों को लाने के लिए बसों की व्यवस्था की जा रही है।
पेसा एक्ट से जनजातीय जन हो रहे सशक्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेसा नियम के लागू हो जाने के बाद जनजातीय क्षेत्रों में जनजातीय भाई-बहनों को जल, जंगल और जमीन के अधिकार मिले हैं। अब तेंदूपत्ता संग्राहक स्वयं तेंदूपत्ता तोड़ कर बेच सकते हैं। अपने क्षेत्र की पत्थर और गिट्टी की खदानों को संचालित कर सकते हैं। छोटे.मोटे झगड़े गाँव की शांति और विवाद निराकरण समिति ही निपटा देती है। अब आपकी जमीन कोई नहीं हड़प सकता।