एक लाख से अधिक लाडली बहनों को सीएम शिवराज ने किया संबोधित
सम्मेलन से पूर्व रोड शो में जनता ने शिवराज पर की पुष्प वर्षा
भोपाल। खंडवा की पवित्र धरती पर आज मेरी बहनों ने जिस तरह से आत्मीय स्वागत किया है। मुझे एक लाख चिट्ठियां लिखी हैं। राखी के कच्चे धागे से मुझे बांधा है। मैं आपको ये विश्वास दिलाता हूं कि आपके भरोसे को कभी टूटने नहीं दूंगा।
उक्त बातें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खंडवा में कहीं। वे खण्डवा के रतागढ़, नहाल्दा फाटा में आयोजित ‘लाड़ली बहना महासम्मेलन’ कार्यक्रम में लाडली बहनों को संबोधित कर रहे थे। आपको बता दें कि ‘लाड़ली बहना महासम्मेलन’ में खंडवा जिले की 1 लाख लाड़ली बहनें पहुंची थी।
रोड शो में सीएम शिवराज पर बरसाए फूल
लाडली बहना सम्मेलन से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खंडवा में रोड शो किया।
इस दौरान जगह-जगह लाड़ली बहनों और नागरिकों ने अपूर्व उत्साह के साथ पुष्प वर्षा कर मुख्यमंत्री जी का आत्मीय स्वागत किया। सीएम शिवराज ने भी लाड़ली बहनों पर पुष्प वर्षा कर किया उनका अभिनंदन किया।
बहनों का भरोसा, मेरी शक्ति
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहनों को संबोधित करते हुए कहा- धन्यवाद लाड़ली बहनों। आपका भरोसा ही मेरी शक्ति है।
बहनों ने लिखी एक लाख चिट्ठी
‘लाड़ली बहना महासम्मेलन’ में स्व सहायता समूह एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन समेत एक लाख बहनों ने अपने भाई सीएम शिवराज को पातियां लिखकर ‘लाड़ली बहना योजना’ के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
बहनों ने बांधी राखी
‘लाड़ली बहना महासम्मेलन’ में आई बहनों ने सीएम शिवराज को राखी बांधी और पोर्ट्रेट व प्यारे भैया लिखा हुआ चित्र भेंट भी किया।
‘लाडली लक्ष्मी’ से बेटियों को बनाया लखपति
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी जिंदगी का एक मकसद है, मेरी बहनों की जिंदगी में परिवर्तन लाना है। बेटे के जन्म पर मिठाई बांटी जाए और बेटी के जन्मदिन पर मायूस होते थे , मैं ये हालत अपने गाँव में देखता था तो तकलीफ होती थी, मन पीड़ा से भर जाता है। इसी धरती पर बेटा और बेटियों में अंतर करके पाप किया है, बेटियों को निरादर किया, बेटियों को कोख में ही मार दिया जाता था। जिससे बेटियों की संख्या घटती गईं, बेटे ज्यादा होते गए। हालत ये हो गई 1000 हजार बेटों पर केवल 900 बेटी पैदा होने लगी। बेटी है तो कल है बेटी नहीं बचाओगे तो बहु कहाँ से लाओगे। मेरे मन ये बात आई की भाषण से कुछ नहीं होगा, जब तक बेटी को बोझ माना जाएगा बेटी को पैदा नहीं होने दिया जाएगा और इसलिए मैंने मुख्यमंत्री बनते है लक्ष्मी योजना बनाई और उसमें तय किया 6वीं में 2 हजार, 9वीं में 4 हजार, 11वीं साढ़े 7 हजार,कालेज में जाएगी साढ़े 12 हजार और डिग्री प्राप्त करेगी तो साढ़े 12 हजार और 21 साल होने पर 1 लाख रुपये। शादी का बोझ भी न हो इसलिए मुख्यमंत्री कन्यादान और निकाह योजना बनाई। हमने तय किया बहनों का राजनीतिक सशक्तिकरण करना है, आधी सीटों पर बहनों को चुनाव लड़ाना है,मेरी बहनें आज जनपद अध्यक्ष है, पार्षद हैं, मेयर हैं। एक और निर्णय किया की शिक्षा क्षेत्र में भर्ती होगी तो 50% भर्ती बेटियों की हो, एक और निर्णय पुलिस में भी 30 % भर्ती बेटियों की करने का निर्णय लिया। एक नहीं अनेकों कदम महिला सशक्तिकरण के लिए हमने उठाए महिलाओं के नाम रजिस्ट्री चार्ज कम करने का निर्णय लिया। भाइयों मेरी बहनों के नाम प्रॉपर्टी खरीदोगे तो 1% शुल्क लगेगा। पीएम आवास का मकान बनेगा तो पति – पत्नी दोनों के नाम होगा।
राजनीतिक रूप से भी सशक्त हो रही बहना
सीएम शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश की बहनें राजनीतिक रूप से भी सशक्त बन रही हैं।
चुनाव में आधी सीटें बहनों के लिए आरक्षित की हैं, इसका परिणाम ये हुआ कि कई जगह बहनें भाइयों को हरा कर चुनाव जीती हैं।
सरकारी भर्ती में 50% तक आरक्षण
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार बेटियों को सरकारी नौकरी में भी आरक्षण दे रही है। शिक्षक भर्ती में भी 50% केवल बेटियों की भर्ती होगी ताकि हमारी बेटियां भी नौकरी करें।
हर किसी को मिलेगा जमीन का टुकड़ा
सीएम शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर हर गरीब को रहने का जमीन का टुकड़ा होगा, कोई बिना जमीन के नहीं रहेगा। जल, जंगल,जमीन पर सभी भाई बहनों का भी अधिकार है, जिनके पास रहने की जमीन नहीं उन्हें रहने की जमीन भी हम दे रहे हैं। एक क्रांति लाना है, हमने पट्टा देने का निर्णय किया। सीएम ने कहा कि मेरी बहनों आपके भैया ने आपकी जिंदगी बदलने का अभियान चलाया है।
लाडली बहना योजना बनाने की कहानी बताई
सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहना योजना बनाने की कहानी सुनाई। उन्होंने कहा कि एक दिन रात भर जागकर विचार किया। मेरे मन में विचार आया कि शिवराज बहनोंके लिए कुछ ऐसा कर की उनकी जिंदगी में बदलाव आए। सगा भाई साल में एकबार उपहार देता है, मेरे मन में आया की तू भी भाई है,वसालभर नहीं, हर महीने कुछ न कुछ देना चाहिए ओर रातभर सोचकर सुबह 4 बजे निर्णय किया की बहनों को हर महीने 1 हजार रुपये दूंगा। कोई कल्पना नहीं कर सकता, मैंने संकल्प लिया मैं करके दिखाऊँगा,आखिर मैं भी तो मुख्यमंत्री हूँ।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मेरी बहनों आपकी जिंदगी बदलेगी, आपका सम्मान बढ़ेगा, आत्मविश्वास बढ़ेगा। ये जिंदगी बदलने की योजना है।
बूढ़ी सास को भी मिलेंगे ₹1000
सीएम ने कहा कि अगर बूढ़ी सासु है तो उनकी पेंशन भी 600 से बढ़ाकर 1 हजार कर दूंगा। जिन बहनों की सालाना आय ढाईं लाख रुपया सालाना से कम की हो, 5 एकड़ से कम जमीन हो, परिवार का कोई सदस्य शासकीय सेवा में ना हो। कोई फोर व्हीलर वाहन ना हो। कोई विधायक सांसद,सरपंच ना हो, कोई निगम, मंडल बोर्ड की सदस्य ना हो, 23 से लेकर 60 साल तक कि विवाहित बहनें ये पात्र हैं। 30 अप्रैल तक आवेदन भरेंगे, चिंता मत करना मेरी बहनों सभी पात्र बहनों के आवेदन भरेंगे। ईकेवाईसी इसलिए करा रहे हैं कि पैसा बहनों के खाते में ही जाए। इसके लिए कोई पैसा नहीं देना है। कंप्यूटर वालों को सरकार ₹15 दे रही है। अगर कोई पैसा मांगे तो बता देना हथकड़ी लगवा दूंगा।
फॉर्म भरने के लिए मत होना परेशान
मुख्यमंत्री ने कहा कि बहनों को कोई परेशानी न हो ऐसी व्यवस्था भैया ने की है, फार्म भरने में कोई दिक्कत नहीं होगी। अप्रैल में फार्म भरे जाएंगे, मई में सूची या जाएगी, और जून में बहनों के खाते में पैसा आ जाएगा।
लाडली बहना सेना बनाएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एक लाड़ली बहना सेना बनाएंगे। हम हर गलत बात का विरोध करेंगे। मेरा साथ दो बहनों मैं आपके साथ हूँ।
कांग्रेस ने बंद कर दी थी योजना
सीएम शिवराज ने कहा-
कांग्रेस ने, कमलनाथ ने संबल योजना बंद कर दी थी। बेगा, सहरिया, भरिया, बहनों के पैसे बंद कर दिए थे। हमारी सरकार ने योजना को फिर से शुरू कर दिया है।
नशामुक्ति की दिशा पर बढ़ी है सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने एक और निर्णय किया है। 1 अप्रैल से प्रदेश में सभी अहाते बंद कर दिए गए हैं। कोई सड़क पर शराब नहीं पी पाएगा। हमारी सरकार बहनों की जिंदगी बेहतर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
आपके लिए जिएगा, आपके लिए मरेगा शिवराज भैया
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बहनों नया जमाना लेकर आयें जिसमें बहनों के और बेटियों के चेहरे पर मुस्कान हो, आँसू न हो। आओ बहनों आज लाड़ली बहना सेना का ग्रुप भी बना लें, मिलकर चलेंगे, साथ चलेंगे। भैया का संकल्प है जियूँगा तो भी आपके लिए मरूँगा तो भी आपके लिए।