Sunday, February 23, 2025
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धौलपुरा के प्राथमिक विद्यालय में छात्राओं के परिजनों से बात करती बाल संरक्षण आयोग की सदस्य डा. नी

धौलपुरा के प्राथमिक विद्यालय में छात्राओं के परिजनों से बात करती बाल संरक्षण आयोग की सदस्य डा. नी
– फोटो : LALITPUR

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अर्जुन खिरिया। उप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. नीता साहू ने सबसे पहले रूपाली पुत्री उत्तम से पूछताछ की। उसने बताया कि हम लोग गेंद व डंडे से खेल रहे थे। खेल में हमें एक- दूसरे के डंडे लग गए। यही बात अन्य बच्चियों ने बताई। जब डॉ. नीता साहू ने बच्चियों से घुमा फिरा कर सवाल पूछे तो सच्चाई निकलकर सामने आ गई। डंडा तोड़कर लाने वाले कक्षा पांच के छात्र अंकित से भी बात की। उसने बताया कि उनके कहने पर हम बेशर्म के चार डंडे तोड़कर लाए थे, जिससे मास्साब ने पिटाई की थी। डॉ. साहू ने छात्राओं की कापी में उन सवालों को भी देखा, जिससे शिक्षक को इतना गुस्सा आ गया था। लेकिन, कापियों में न तो वह सवाल मिला और न किसी पेज पर तारीख अंकित मिली। आयोग की सदस्य ने सभी के बयान दर्ज करने के बाद विद्यालय में फैली गंदगी और पढ़ाई का स्तर ठीक नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की। इसके बाद उन्होंने ग्राम अर्जुनखिरिया के कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय एवं बालक उच्च प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। दोनों विद्यालयों की सफाई और पढ़ाई का स्तर ठीक होने पर खुशी जाहिर की। आयोग की सदस्य के साथ जिला प्रोबेशन अधिकारी सुरेंद्र पटेल, खंड शिक्षा अधिकारी मड़ावरा रामगोपाल वर्मा, थाना प्रभारी नाराहट आनंद पांडे और उपनिरीक्षक आदि मौजूद रहे।
मां बोलीं, सुधार के लिए गुरु जी सख्ती तो करते ही हैं
आयोग की सदस्य ने बच्चियों के माता- पिता को बुलवाया। केवल दीपा व नैंसी की मां आईं। जब उनसे बच्चियों की पिटाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया की बच्चियों के साथ शिक्षक ने मारपीट की, लेकिन उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। बच्चों को सुधारने के लिए कभी-कभी गुरु जी सख्ती कर देते हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने थाने में रिपोर्ट भी नहीं की है। गांव कुछ लोगों ने मनमुटाव होने के कारण वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।

अर्जुन खिरिया। उप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. नीता साहू ने सबसे पहले रूपाली पुत्री उत्तम से पूछताछ की। उसने बताया कि हम लोग गेंद व डंडे से खेल रहे थे। खेल में हमें एक- दूसरे के डंडे लग गए। यही बात अन्य बच्चियों ने बताई। जब डॉ. नीता साहू ने बच्चियों से घुमा फिरा कर सवाल पूछे तो सच्चाई निकलकर सामने आ गई। डंडा तोड़कर लाने वाले कक्षा पांच के छात्र अंकित से भी बात की। उसने बताया कि उनके कहने पर हम बेशर्म के चार डंडे तोड़कर लाए थे, जिससे मास्साब ने पिटाई की थी। डॉ. साहू ने छात्राओं की कापी में उन सवालों को भी देखा, जिससे शिक्षक को इतना गुस्सा आ गया था। लेकिन, कापियों में न तो वह सवाल मिला और न किसी पेज पर तारीख अंकित मिली। आयोग की सदस्य ने सभी के बयान दर्ज करने के बाद विद्यालय में फैली गंदगी और पढ़ाई का स्तर ठीक नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की। इसके बाद उन्होंने ग्राम अर्जुनखिरिया के कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय एवं बालक उच्च प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। दोनों विद्यालयों की सफाई और पढ़ाई का स्तर ठीक होने पर खुशी जाहिर की। आयोग की सदस्य के साथ जिला प्रोबेशन अधिकारी सुरेंद्र पटेल, खंड शिक्षा अधिकारी मड़ावरा रामगोपाल वर्मा, थाना प्रभारी नाराहट आनंद पांडे और उपनिरीक्षक आदि मौजूद रहे।

मां बोलीं, सुधार के लिए गुरु जी सख्ती तो करते ही हैं
आयोग की सदस्य ने बच्चियों के माता- पिता को बुलवाया। केवल दीपा व नैंसी की मां आईं। जब उनसे बच्चियों की पिटाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया की बच्चियों के साथ शिक्षक ने मारपीट की, लेकिन उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। बच्चों को सुधारने के लिए कभी-कभी गुरु जी सख्ती कर देते हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने थाने में रिपोर्ट भी नहीं की है। गांव कुछ लोगों ने मनमुटाव होने के कारण वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।




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