उमरिया – जिला मुख्यालय में एक नृशंस हत्या का मामला सामने आया है जिसमे दो भाई मिल कर बहन के प्रेमी की कुल्हाड़ी मार कर हत्या कर दिए। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार युवती राखी कचेर का विवाह उसके पिता ने सामाजिक रीति रिवाज के अनुसार चित्रकूट में महेन्द्र कचेर से समाज मे किये थे और पति से बच्चे भी हुए लेकिन किसी बात को लेकर युवती और उसके पति की आपस मे नही पटी तो युवती अपने व्याहता पति को छोड़ कर अपने मायके उमरिया आ गई और अपने पिता के पास फजिलगंज में रहने लगी। घर छोटा होने के कारण परेशानी होने लगी। तब 4 वर्ष पूर्व जेल बिल्डिंग के पीछे शासकीय भूमि में अतिक्रमण कर घर बनाने लगी उसी बीच राखी कचेर का प्रेम सम्बन्ध फजिलगंज निवासी रिक्की गोंड़ पिता जयवंत सिंह गोंड़ से हो गया। दोनो के आपसी सम्बन्ध होने के बाद रिक्की भी घर बनवाने में मदद किया और जेल बिल्डिंग के पीछे रहने लगा।
राखी के भाइयों को यह संबंध नागवार गुजरा वो कई बार बहन और रिक्की को भी समझाये की तुम गोंड़ जाति के हो और हम कचेर जाति के हैं दोनो अलग – अलग समाज के हैं तुम हमारी बहन से दूर हो जाओ और यही बात अपनी बहन को भी समझाये लेकिन दोनो समझने को तैयार नही रहे। 16 अक्टूबर की रात में दोनो भाई अपने बहन के घर जेल बिल्डिंग के पीछे पहुंच गए और अपनी बहन एवं रिक्की को घर मे देख कर दोनो भाई राजू कचेर और कान्हा कचेर भड़क गए एवं दोनो में विवाद होने लगा, विवाद इतना बढ़ा की राजू और कान्हा दोनो ने मिल कर रिक्की सिंह गोंड़ पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया, जिससे रिक्की गम्भीर रूप से घायल हो गया और बेहोश हो गया, इसके बाद दोनो भाई वहां से भाग गए।
घटना के बाद युवती ने 108 एम्बुलेंस को फोन किया लेकिन वह नही पहुंची, वहीं घायल प्रेमी की हालत गम्भीर होती जा रही थी तब बाद में डायल 100 को फोन की तब डायल 100 वाहन मौके ओर पहुंच कर गम्भीर घायल को जिला अस्पताल पहुंचाई, वहां भी प्राथमिक उपचार देकर शहडोल मेडिकल कालेज के लिए रिफर कर दिया गया और युवती एवं डियूटी डॉक्टर दोनो 108 एम्बुलेंस को फोन लगाते रहे लेकिन 3 बजे रात तक 108 एम्बुलेंस नही पहुंची तब मौके पर मौजूद पुलिस जिला अस्पताल के सिविल सर्जन को फोन कर बताए तो सिविल सर्जन डॉक्टर के सी सोनी अपने वाहन से जिला अस्पताल कटनी भेजे जहां पहुंचते सुबह हो गई और 17 अक्टूबर को दिन में रिक्की सिंह गोंड़ की मौत हो गई जहां पोस्टमार्टम वगैरह कार्रवाई होने के बाद देर शाम शव को उमरिया फजिलगंज लाया गया और 18 अक्टूबर को अंतिम संस्कार हुआ।
रिक्की के मौत की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस भी सायबर सेल की मदद से आरोपी राजू कचेर और कान्हा कचेर पिता राम स्वरूप कचेर निवासी फजिलगंज उमरिया की तलाश शुरू कर दी। दोनो भाइयों का लोकेशन को शहडोल जिले के ग्राम चान्नौड़ी में मिला जहां से गिरफ्तार कर लाये।इस मामले में एसडीओपी उमरिया नागेन्द्र प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि 16 अक्टूबर की रात में फरियादिया राखी कचेर की रिपोर्ट पर कोतवाली थाने में अपराध क्रमांक 515/24 धारा 296, 109(1), 3(5) बीएनएस एवं 3(2)(V) एस सी/एस टी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया गया और बाद में रिक्की सिंह गोंड़ की मृत्यु होने पर उसमें धारा 103(1) का इजाफा किया गया और दोनो आरोपियों राजू कचेर उम्र 39 वर्ष एवं कान्हा कचेर उम्र 18 वर्ष दोनो पुत्र राम स्वरूप कचेर निवासी वार्ड नम्बर 4 फजिलगंज को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल दाखिल कर दिया गया।