छतरपुर। दुनिया भर के करोड़ों लोगों की आस्था के केंद्र बागेश्वर धाम में छठवां सामूहिक कन्या विवाह महा महोत्सव आयोजित होने जा रहा है। बुंदेलखंड के इस अनुपम और अद्भुत आयोजन की तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है। जहां एक ओर समूचा धाम दूधिया रोशनी से जगमगाएगा तो वहीं दूसरी ओर मंच स्वर्ण चमक से चमकेगा। आयोजन वृहद होने की वजह से व्यवस्थाएं भी बड़े पैमाने पर की जा रही है। 23 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और 26 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आने के संकेत मिले हैं। 100 एकड़ से अधिक क्षेत्र में पूरा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
तीन स्तर का बनेगा मंच, 50 हजार स्क्वायर फीट का स्थाई डोम हो रहा तैयारछठवें विशाल महोत्सव के लिए इस बार तीन स्तरीय मंच तैयार किया जा रहा है। 48 सौ वर्गफिट में मंच तैयार किया जा रहा है। तीन स्तर के मंच में सबसे ऊपर अतिथि और संत गण रहेंगे, दूसरे और तीसरे स्तर में वर वधुओं के जयमाला हेतु व्यवस्था की गई है। 50 हजार स्क्वायर फीट का स्थाई डोम तैयार करने में लोग लगे हैं। जबकि 30-30 हजार स्क्वायर फीट के दो अस्थाई जर्मन डोम भी तैयार हो रहे हैं।बाईपास से हेलीपैड तक दोनों और होगी सजावटआश्रम के सूत्रों ने बताया कि बाईपास से हेलीपैड तक सड़क के दोनों ओर भव्य सजावट होगी। समूचा बागेश्वर धाम दूधिया रोशनी से जगमगाएगा।
बस वालियों के सहारे आधुनिक बल्ब, झालर लगाकर अत्यंत आकर्षक बनाने का प्रयास चल रहा है। करीब 2000 एलईडी मोम्बाइट लगाई जा रही है। मंदिर परिसर, यज्ञशाला, अन्नपूर्णा सहित अन्य प्रमुख भवन रोशनी में नहाएंगे। ऐसी ट्यूब लाइट लगाई जा रही है जिसे तिरंगा की छवि निकलेगी यह लाइटें राष्ट्र प्रेम का संदेश देंगी।19 से 25 फरवरी तक होगा नौ कुंडीय अन्नपूर्णा यज्ञकिसी भी धार्मिक स्थल में यज्ञ की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शक्तियों का यज्ञ के माध्यम से आवाहन किया जाता है और यही शक्तियां यज्ञ नारायण भगवान के माध्यम से प्रसाद पाकर जनकल्याण का कार्य करती है।
यज्ञ के संबंध में धीरू महाराज ने बताया कि 19 से 25 फरवरी तक अन्नपूर्णा यज्ञ होगा 19 फरवरी को विशाल कलश यात्रा निकाली जाएगी। बनारस के यज्ञाचार्य पं. राजा पांडे सहित विद्वान पंडितों की मौजूदगी में यज्ञ संपन्न होगा। धीरू महाराज ने बताया कि यज्ञ के साथ-साथ 18 पुराण का पारायण और रामचरितमानस का पाठ भी आयोजित किया जा रहा है।5 किमी. तक बिछ रही पाइप लाइन, क्षेत्र में रखी जारहीं 2 हजार लीटर की 80 टंकियां जल ही जीवन है इसलिए कार्यक्रम के दौरान पानी की कोई परेशानी ना हो ऐसे प्रबंध किए जा रहे हैं समुचित आयोजन क्षेत्र में पानी की पर्याप्त व्यवस्था किए जाने हेतु करीब 5 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई जा रही है। इसके अलावा 2000 लीटर की 80 टंकियां रखकर 12 से 13 अस्थाई पॉइंट बनाए जा रहे हैं। इन्हीं पानी की टंकियों से नल की टोंटियां फिट की जाएगी ताकि सबको सुगमता से पानी मिल सके। 80000 लीटर क्षमता वाली दो पानी की टंकियां पहले से ही तैयार की जा चुकी है। इन्हीं टंकियां के सहारे पूरे आयोजन क्षेत्र में पानी पहुंचेगी इसके अलावा 60 टैंकरों को भी पानी पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कथा स्थल, अन्नपूर्णा सहित सभी प्रमुख स्थलों में सुगमता से पानी पहुंचेगा।