राजस्थान सरकार ने विहार की सुरक्षा के दिए निर्देश
पूर्व मंत्री पारस जैन और विधायक चेतन्य काश्यप ने लिखी है सीएम शिवराज को चिट्ठी
भोपाल। जैन साधु संतों को चातुर्मास से पहले चातुर्मास स्थल तक विहार के लिए अनुमति का मामला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास अटका पड़ा है। वहीं राजस्थान सरकार ने साधु संतों की सुरक्षा के निर्देश दिए हैं। इससे जैन समाज में बेचैनी बढ़ती जा रही है।
जुलाई माह में बरसात आने के साथ चातुर्मास शुरु हो जाएंगे। इस दौरान चार माह तक साधु-संत एक ही स्थान पर रहेंगे। अभी लॉकडाउन के कारण संत विहार नहीं कर पा रहे हैं और चातुर्मास स्थलों तक नहीं पहुंच पाए हैं। कई संत गांव और कस्बों में फंसे हुए हैं।
जिसे लेकर पूर्व मंत्री और उज्जैन से बीजेपी विधायक पारस चंद्र जैन तथा रतलाम से भाजपा विधायक चेतन्य काश्यप ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिख कर साधु-संत और उनके साथ चलने वाले अनुयायियों को सुरक्षा के साथ विहार की अनुमति देने का आग्रह किया है। कोविड-19 लॉकडाउन के इस दौर में सन्यासी कानून का पालन करते हुए अनुमति का इंतजार कर रहे हैं।
बता दें कि कोरोना से जूझ रही सरकार के सामने चेतन्य काश्यप का पत्र पहुंचे 8 दिन से अधिक हो गया है तो जैन का खत भी एक सप्ताह पुराना है। अभी तक इन पर सुनवाई न होने से जैन समाज में नाराजगी बढ़ रही हैं।
जैन संत पुष्पेंद्र मुनि ने भी इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ट्वीट कर शीघ्र अनुमति और सुरक्षा प्रबंध कराने का आग्रह किया है। उन्होंने बीजेपी विधायकों के पत्रों पर अभी तक संज्ञान न लेने का भी हवाला दिया है।
. @BJP4India शासित राज्य @CMMadhyaPradesh श्री @ChouhanShivraj @OfficeofSSC जी आपकी ही पार्टी विधायक @parasjainonline व @ChetanyaKasyap जी ने पत्र लिख आपसे भी माँग की है.#जैनसाधुओं को #विहार दौरान सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करवाएँ.
— pushpendra (@pushpendramuni) May 21, 2020
पर अभी तक कोई प्रतिउत्तर नही??@digvijaya_28 pic.twitter.com/F6Af750Wzt
राजस्थान सरकार ने दिए सुरक्षा निर्देश
राजस्थान सरकार के सामने भी यह मामला आया था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर डीजीपी राजस्थान ने साधु-संतों के विहार के दौरान सुरक्षा इंतजाम के निर्देश दिए हैं।