भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। यहां यहां स्कूल में बच्चों को पढ़ाई लिखाई करवाने के बजाय महिला शिक्षिकाएं साड़ी खरीद रही थीं। दिलचस्प बात तो यह है कि जब कपड़े वाले से शिक्षिकाएं स्कूल में ही साड़ी खरीद रही थी, इसी समय कलेक्टर आशीष सिंह ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। कलेक्टर को सामने देखते ही महिला शिक्षिकाएं सकपका पका गई। गुस्साए कलेक्टर ने 2 कर्मचारियों को सस्पेंड भी कर दिया और अन्य छह को कारण बताओ नोटिस, वेतन कटौती आदि के निर्देश जारी किए हैं। आपको बता दें कि कलेक्टर भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह बुधवार को भोपाल की सूरज नगर उच्चतर माध्यमिक स्कूल पहुंचे थे। स्कूल में पढ़ाई लिखाई के बजाय अन्य कार्य किए जा रहे थे। यहां कलेक्टर ने प्राचार्य वंदना उपाध्याय को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आंगनवाड़ी केंद्र 1074 में पंजीकृत 80 बच्चों में से सिर्फ 13 बच्चे ही उपस्थित थे। इस पर कलेक्टर भड़क गए और उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुष्पा जाटव की सेवा समाप्त करने के निर्देश महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी को दिए। इसके बाद कलेक्टर कोटरा सुल्तानाबाद उच्चतर माध्यमिक स्कूल पहुंचे। यहां प्राचार्य रंजना सक्सेना बिना सूचना के उपस्थित थी, जबकि 3 शिक्षक अन्य कार्य में लिप्त पाए गए। कलेक्टर रातीबड़ के माध्यमिक विद्यालय भी पहुंचे वहां हेमंत श्रीवास्तव नामक शिक्षक अनुपस्थित मिले। चपरासी की लापरवाही भी सामने आई। इस बात पर कलेक्टर ने दोनों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने के निर्देश जारी कर दिए। कलेक्टर सूरज नगर रातीबड़ के स्कूल पहुंचे यहां पर महिला शिक्षक क्लास के बीच में ही साड़ी खरीद रही थी। इस दौरान कलेक्टर ने देखकर उन पर सख्त कार्रवाई के आदेश भी जारी किए हैं।