सिंगरौली में द सिंगरौली इंस्टीट्यूट ऑफ़ नर्सिंग कॉलेज बनौली ने गरीब छात्र-छात्राओं का न केवल पैसे लूटे बल्कि एक साल का समय भी बर्बाद कर दिया। विद्यार्थियों को जब लगा कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है तो वह जनसुनवाई में कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाने के लिए पहुंचें। बच्चों के साथ हुई धोखाधड़ी को सुनकर कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला के पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने एक टीम गठित कर अब इस मामले की जांच करने और आरोप सही पाए जाने पर जिम्मेदारों पर आपराधिक मामला दर्ज करने की भी बात कही है।बताया जा रहा है कि सिंगरौली इंस्टीट्यूट ऑफ़ नर्सिंग कॉलेज बनौली विन्ध्यनगर में वर्ष 2023-24 में लगभग 75 छात्र-छात्राओं ने जीएनएम में प्रवेश लिया. कॉलेज प्रबंधक ने बच्चों से सारे ओरिजनल डॉक्यूमेंट और 65000 फीस जमा करवाई. लेकिन, एक साल बीतने के बाद भी विद्यार्थियों के ना तो नामांकन दाखिल हुए और ना ही एग्जाम हुए.आखिरकार परेशान विद्यार्थियों ने कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत करते हुए न्याय की गुहार लगाई हैं और अपने जमा किए हुए पैसे वापस करने की मांग की हैं। छात्रों ने आरोप लगाया कि हम 2023 के छात्र छात्र है बावजूद इसके अब कॉलेज के द्वारा कहा जा रहा है कि अब एंट्रेंस एग्जाम पास करने के बाद ही जीएनएम नर्सिंग में एडमिशन मिलेगा. वरना सभी छात्रों को कॉलेज से निकाल दिया जाएगा। वहीं विद्यार्थी जब भी परीक्षा की बात करते तो जिम्मेदार उन्हें आश्वासन देते कि जल्दी उनकी परीक्षा होगी लेकिन दी हुई कई तारीखे निकल गई लेकिन परीक्षा नहीं हुई। ऐसे में विद्यार्थियों को लगने लगा कि कॉलेज प्रबंधन उन्हें गुमराह कर रहा है। परेशान होकर विद्यार्थियों ने कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाईं हैं। बताया जाता है कि कॉलेज के पास लेबोरेटरी जरूरी उपकरण और स्टाफ जैसी कोई सुविधा नहीं है। एक साल में नाम मात्र की क्लास लगी। क्लीनिकल प्रशिक्षण में क्या होता है यह बच्चों को पता नहीं है।