जिला प्रशासन की इंदौर को भिक्षुक फ्री शहर बनाने की मुहिम में एक बार फिर इंदौर में एक भिक्षुक के पास 45000 रुपए नगद मिले बताया जा रहा है कि महिला धर्म स्थान के बाहर बैठकर भिक्षा वृद्धि करती थी महिला को रेस्क्यू कर पुनर्वास केंद्र भेजा गया एक भिक्षुक बाकायदा ट्रेन में रिजर्वेशन करा कर इंदौर में आकर भिक्षावृत्ति करता तो उसके पास से भी काफी पैसा बरामद हुआ इंदौर कलेक्टर ने भिक्षावृत्ति को बताया एक सामाजिक बुराई जिसके चलते माफिया और गैंग मजबूर कर कई लोगों से भिक्षावृत्ति कर रहे हैं प्रशासन उन पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है रेस्क्यू किए गए भिक्षुकों को पुनर्वास केंद्र भेज कर उन्हें रोजगार से लगाने कवायद जारी है शहर को भिक्षुक फ्री बनाने के लिए इंदौर कलेक्टर ने इंदौर की जनता से भिक्षावृत्ति को बढ़ावा न देने की की अपील।