युवक की जांघ में हुए गहरे घाव, जान बच गई
भोपाल। राजधानी के कलियासोत डैम के किनारे पर मोबाइल फोन का कैमरा ऑन करके नहा रहे दो युवकों पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया। मगरमच्छ से छूटने के लिए युवक को काफी मशक्कत करना पड़ी। इधर साथी ने अपनी जान पर खेलकर किसी तरह दोस्त को पानी से बाहर निकाला। पैर पर गंभीर जख्म होने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह पूरी घटना मोबाइल फोन के कैमरे में रिकॉर्ड हो गई।
अमित का पैर मुंह में दबाकर मगरमच्छ उसे पानी के नीचे खींच ले गया। दोस्त गजेंद्र ने बचाई जान
नेहरू नगर पुलिस लाइन में रहने वाले अमित जाटव अपने दोस्त 29 साल के गजेंद्र यादव के साथ दोपहर बाद कलियासोत डैम नहाने पहुंचे। कैमरा ऑन करके उन्होंने अपना मोबाइल फोन किनारे पर रख दिया। इसके बाद दोनों पानी में उतर गए। यह सब मोबाइल फोन के कैमरे में रिकॉर्ड होने लगा। नहाते समय अमित ने गजेंद्र से कहा कि मैं गहरे पानी में जा रहा हूं। तुम देखो। इसके चंद सेकंड बाद ही मगरमच्छ ने उस पर हमला कर दिया। वह अमित को पानी के नीचे खींचकर ले गया। अचानक हुए हमले के कारण वे कुछ नहीं कर पाया। उसके बाद गजेंद्र पहले तो दूर गया, फिर वह किसी तरह अमित को मगरमच्छ से बचाने में कामयाब हो गया। इस घटना के बाद अमित को अस्पताल लाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। गजेंद्र ने पानी से बाहर निकलने के बाद खून रोकने के लिए अमित के पैर पर बनियान बांध दी और दोस्तों को फोन करके मदद के लिए बुलाया। इसके बाद वह अस्पताल आ गए।
पानी के भीतर ऐसे खींच ले गया मगर
गजेंद्र के अनुसार घटना की जानकारी
हम दोनों नेहरू नगर पुलिस लाइन के पिछले हिस्से से डैम में नहाने गए थे। एक मजबूत लकड़ी पर मोबाइल फोन बांधकर उसमें रिकॉर्ड के लिए कैमरा को वीडियो मोड पर कर दिया। करीब पांच मिनट बाद ही मगरमच्छ ने अमित पर हमला कर दिया। हम घबरा गए। वह मेरे दोस्त को पानी में खींचकर ले गया। मैंने मोबाइल फोन को अलग करते हुए लकड़ी पकड़ी और पानी के नीचे चला गया। दोनों हाथ से लकड़ी को मगर के ऊपर से दबाना शुरू कर किया। इससे उसका मुंह खुल गया और अमित छूटकर बाहर आ गया। पानी से किसी तरह बाहर निकलने के बाद मैंने अमित के पैर पर बनियान बांध दी और दोस्तों को फोन करके बुला लिया। उसके बाद हम अस्पताल आ गए। हम कई बार वहां नहा चुके हैं, लेकिन हमला पहली बार हुआ है।