भोपाल:
बीते कुछ दिनों में खाकी वर्दी पर कई तरह के सवाल उठाए गए हैं. लेकिन कुछ मामले में ऐसे भी आते हैं जिनको देखकर ऐसा लगता है ये सब फिल्मों ही अच्छा लगता है, रियल लाइफ में ऐसा कहां होता है. शायद ही आपने कहीं सुना होगा कि सिपाही ने अपने से बड़े अफसर को कानून का पाठ पढ़ाते हुए उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करने की हिम्मत दिखाई हो. लेकिन छत्तीसगढ़ में एक बीट गार्ड ने ऐसी हिम्मत दिखाई की लोगो की अजय देवगन की फिल्म ‘सिंघम’ का एक सीन याद आ गया है. छत्तीसगढ़ में कटघोरा क्षेत्र में बांकीमोंगरा में बांस बाड़ी के अंदर बांस काटने को लेकर रेंजर और बीट गार्ड में जमकर विवाद हो गया. अपने अफसर को बीट गार्ड ने खूब खरी खोटी सुनाई यहां तक कह दिया कि थ्री स्टार लग गया पर नियमों की जानकारी नहीं रखते हो. इसके बाद बीट गार्ड ने रेंजर सहित 11 मजदूरों के खिलाफ पंचनामा तैयार कर वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया.
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कोरबा में बीट गार्ड ने बांस की अवैध कटाई के मामले में रेंजर और डिप्टी रेंजर के खिलाफ केस दर्ज किया,बोला आप अधिकारी होंगे पर यहां बांस काटने के अपराधी हो, मैं मामला दर्ज करके रहूंगा @Someshpatel00@ParveenKaswan@susantananda3@bhupeshbaghel@SunitaYadavGuj@GargiRawatpic.twitter.com/jR6UdKaMOA
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) July 18, 2020
इससे पहले बीट गार्ड ने दोनों अधिकारियों को दस्तखत करने के लिए बुलाया था लेकिन अधिकारियों के आनाकानी की. इस पर बीट गार्ड ने कहा, ‘आप अधिकारी होंगे, यहां पर यहां बांस काटने के आरोपी हो मैं मामला दर्ज करके रहूंगा. मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को जंगल में अवैध तरीके से बांस काटने के मामले में बीट गार्ड शेखर रात्रे ने रेंजर को सख्त लहजे में कहा, ‘मैं इस बीट का प्रभारी हूं. मेरी जानकारी के बिना कैसे बांस की कटाई की गई. थ्री स्टार लगाते हो और नियम मालूम नहीं, नियम कानून पता है या नहीं. रिजर्व फॉरेस्ट एरिया में बांस कटाई का.’
बताया जा रहा है कि रेंजर के द्वारा यहां पर अवैध कटाई करवाई जा रही थी. शेखर ने कहा, ‘मैंने पंचनामा बनाकर आरक्षित वन में धारा 26 /1 के तहत कार्रवाई की है. धारा 52 के तहत जब्त किया गया है. वहीं वनरक्षक रामकुमार यादव ने कहा रेंजर के आदेश पर बांस की कटाई की जा रही थी. बीट गार्ड को जानकारी मिली तो मौके पर पहुंचकर जब्ती की कार्यवाही पंचनामा बनाकर कार्रवाई की गई हंगामे के दौरान रेंजर मृत्युंजय शर्मा भी वहां पहुंचे थे, उन्होंने बांस कटाई के संबंध में कोई दस्तावेज होने से इनकार किया और कहा कि विभागीय स्तर पर कटाई हो रही है. समिति के माध्यम से इसे कराया जा रहा है, लेकिन इसके लिए कोई आदेश नहीं है.
(रायपुर से सोमेश पटेल के इनपुट के साथ)