अब FIR करेगी शिवराज सरकार, राहत इंदौरी ने की निंदा
इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के कुछ इलाके कोरोना का दिल्ली के तब्लीगी मरकज की तर्ज पर कोरोना मरीज उगल रहे हैं। इन इलाकों में जांच के लिए गई मेडिकल टीम पर मंगलवार को दूसरे दिन भी हमला हुआ। बस्ती के लोगों ने उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। पत्थर भी मारे।
इंदौर में कोरोना मरीजों की संख्या आज बढ़ कर 75 हो गई। मध्यप्रदेश में अब तक कुल 98 मरीज मिले हैं। खास बात यह है कि इंदौर के सिलावटपुरा में आज प्रशासन और पुलिस के साथ डॉक्टर के नेतृत्व में मेडिकल टीम प्रभावित मरीजों से सम्बंधित लोगों के सेम्पल लेने गई थी। लोगों ने उन पर पत्थर बरसाए और मारने दौड़े। किसी तरह भाग कर सभी ने जान बचाई। इससे पहले रानीगंज में मरीज मिलने के बाद वहां भी सर्चिंग में इसी तरह की परिस्थितियों का सामना करना पड़ा था।
सरकार जागी, दोषियों पर अब होगी FIR
अधिकृत जानकारी के अनुसार इंदौर में गत दिवस डॉक्टर्स के साथ हुई घटना पर सरकार गम्भीर है और तत्काल कदम उठा रही है। पुलिस ने दोषियों की पहचान कर ली है और सम्बन्धितो के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की जा रही है। मरीजो के परीक्षण और टेस्ट के लिए जाने वाली मेडिकल टीम को पर्याप्त पुलिस व्यवस्था उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए है। अनेक संगठनों के अलावा घटना की इंदौर शहर के काज़ी और प्रख्यात शायर राहत इंदौरी ने कड़ी निंदा की है।
हेल्थ कमिश्नर प्रतीक हजेला को हटाया
इधर प्रदेश में बढ़ते कोरोना मरीजों को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के हेल्थ कमिश्नर प्रतीक हजेला को हटा दिया। फैज अहमद किदवई को स्वास्थ्य आयुक्त का जिम्मा सौंपा गया है। हजेला असम कैडर के आईएएस हैं। एनआरसी कोआर्डिनेटर रहे हजेला को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मध्यप्रदेश तबादला किया गया है। असम में उनकी जान को खतरा था।