भोपाल। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अब प्रदेश में जल्द ही दूसरी रैली को संबोधित करती हुई दिखाई देंगी। इस बार उनका टारगेट ग्वालियर चंबल संभाग है। प्रियंका 22 जुलाई को ग्वालियर में बड़ी सभा को संबोधित करेंगी। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने के बाद ऐसा पहली बार होगा, जब कांग्रेस का कोई वरिष्ठ नेता ग्वालियर में जनसभा करने आ रहा है। आपको बता दें कि प्रियंका गांधी सबसे पहले प्रदेश की उन सीटों पर फोकस कर रही हैं जो पहले से ही कांग्रेस के कब्जे में हैं। प्रियंका की सोच है कि कांग्रेस के पास जो सीटें हैं वह हर हाल में सुरक्षित रहनी चाहिए। वहीं जो सीटें भाजपा के पास हैं, वह भी कांग्रेस छीन ले। आपको बता दें कि ग्वालियर और चंबल के 8 जिलों में 34 विधानसभा सीटें आती हैं। वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव मे कांग्रेस ने इन 34 में से 26 सीटें जीती थी। 7 भाजपा को, जबकि एक बहुजन समाज पार्टी के खाते में गई थी। वहीं, अकेले चंबल संभाग के 3 जिलों की 13 विधानसभा सीटों में से 10 पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया था। आपको बता दें कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव से ऐन पहले अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम एट्रोसिटी एक्ट के प्रावधानों के विरोध में ग्वालियर चंबल संभाग में सवर्णों ने तत्कालीन भाजपा सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया था। वहीं, इस अधिनियम के पक्ष में दलितों के संगठन द्वारा भी बड़ा प्रदर्शन किया गया था। इन प्रदर्शनों का फायदा कांग्रेस को मिला था। आपको बता दें कि पिछले महीने ही प्रियंका गांधी जबलपुर आई थी और वहां पर उन्होंने एक भव्य रैली को संबोधित किया था। कांग्रेस ने इस रैली को शंखनाद रैली नाम दिया था।