हरपालपुर। नगर से करीब 4 किमी दूर काकुनपुर गांव ने जातिवादी और रुढ़ीवादी के बंधन तोड़ते हुए बरार समाज की बेटी की अपने स्तर पर न केवल शादी करवाई, बल्कि बारात के आगमन से लेकर बारात की विदाई तक तमाम जिम्मेदारी भी परिवार की भांति निर्वहन की। इस अनूठी शादी का व्यय काकुनपुरा गॉव के ग्रामीण ने उठाया।
जानकारी के अनुसार सविता के पिता जागेश्वर बरार का वर्षो निधन हो चुका था। शादी की जिम्मेदारी सविता के गोटीराम बरार पर थी जो मड़वा के दिन लड़का पक्ष के यहां से पक्यात (तिलोउत्सव) का कार्यक्रम कर लौटते समय दौरिया के पास सड़क हादसे का में घायल हो गया ईलाज के दौरान उस मृत्यु हो गई। वही सविता के तीनों भाई हादसे में गम्भीर रूप से घायल हो जिन्हें ईलाज के लिये ग्वालियर रैफर किया गया। इस स्थिति में गॉव के सरपंच हरप्रसाद अहिरवार गॉव वालों के परिवार ने जागेश्वर के परिवार के दर्द को समझा और शादी का पूरा व्यय स्वयं ने उठाया।
बकायदा गांव की बेटी की विदाई शादी की सभी रस्मे पंचायत भवन से करवाई। शादी समारोह में गॉव हर वर्ग के लोग शामिल हुए।लड़की के परिवार में टीका दो दिन पहले गमी होने की जानकारी मिली तो गॉव वालों ने दर्द को समझते हुए। शादी का बीड़ा उठाया।जिस पर गॉव वालों ने बेटी की शादी का व्यय उठाने का आश्वासन दिया। इधर टीकमगढ़ जिले के लिधौरा से बारात 6 मार्च को काकुनपुरा पहुंची। बारात के रुकने सहित शादी के सभी रस्मों के लिए पंचायत भवन में व्यवस्था की गई।गॉव वालों ने एकजुट होकर सभी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए बेटी को विदा किया।
इस पहल में गांव के सभी वर्ग के लोग भी सहभागी बने और उन्होंने भी सविता बेटी के लिए सहयोग किया।शादी में जुटा गांवपिता का साया सविता के सिर से उठ चुका था, लेकिन उसकी शादी में गांव वालों ने जो भूमिका निभाई। उससे सभी कमियां पूरी हो गई। विधवा मां की पुत्री का विवाह गॉव सरपंच हरप्रसाद अहिरवार,सचिव उदय सिंह गौर,लाखन सिंह,हाकिम सिंह रामप्रकाश गुप्ता उपयंत्री,लल्लू राय,नफीस खान,रूपसिंह,प्रकाश बाबू सोनकिया, सहित ग्रामीणों ने वहीं बारात का स्वागत करने के साथ इस परिवार के लिए अपने स्तर पर सहयोग किया।गांव वालों ने अपनी तरफ से घर गृहस्थी के सभी भौतिक संसाधन, बर्तन, कपड़े, नकद रुपए भेंट कर । सभी लोगों ने भी कन्या को विवाह में दान दिया। गॉव वालों इस अनूठी पहल पर आसपास के क्षेत्र के ग्रामीणों ने तारीफ की।