इंदौर नगर निगम में पिछले दिनों 28 करोड रुपए का एक घोटाला सामने आया था इस पूरे ही मामले में पुलिस ने जांच पड़ताल करते हुए अलग-अलग तीन प्रकरण दर्ज कर लिया है और वह भी करोड़ों रुपए से संबंधित है इस तरह से यह पूरा मामला 100 करोड़ से ऊपर का जाते हुए नजर आ रहा है तथा इस पूरे मामले पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है और बीजेपी और कांग्रेस दोनों इस पूरे मामले में जो भी आरोपी है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कर रही है।
इंदौर नगर निगम में पिछले दिनों फर्जी बिल लगाकर करोड़ों रुपए के टेंडर ठेकेदारों के द्वारा अधिकारियों के साठ गाठ कर फर्जी तरीके से पास करवा लिए गए थे लेकिन इस पूरे मामले में जांच के बाद इंदौर नगर निगम ने संबंधित ठेकेदारों सहित अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस को शिकायत कर दी, वहीं पुलिस ने जांच के बाद इस पूरे मामले में कई ठेकेदारों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया वहीं प्रकरण दर्ज होते ही आरोपी ठेकेदार लगातार फरार चल रहे हैं तो वहीं पुलिस लगातार इस पूरे मामले में जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है तो वही इस पूरे मामले में पुलिस ने एक के बाद एक दो और प्रकरण दर्ज कर लिए हैं इस तरह से पुलिस ने तीन प्रकार इस पूरे मामले में अलग-अलग ठेकेदारों के खिलाफ दर्ज कर लिए गए हैं वहीं जहां पुलिस इस पूरे मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए विभिन्न जगहों पर दबिश दे रही है तो वही पूरे ही मामले पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है जहां कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिंह यादव का कहना है कि मध्य प्रदेश की पांच नगर निगम में इस तरह के धोखाधड़ी के कृत्य घटित हुए हैं और वर्तमान मोहन सरकार इस घोटाले को दबाने का प्रयास कर रही है वही इस पूरे घोटाले में बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता के साथ ही एक आईपीएस और निगम के कई अधिकारियों की मिली भगत है पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए वहीं यह पूरा ही घोटाला तकरीबन 100 करोड़ से ऊपर के होने की बात कांग्रेस के नेता के द्वारा कही जा रही है तो वहीं कांग्रेस के द्वारा जिस तरह से पूरे मामले की जांच को लेकर सीबीआई की बात की जा रही है तो वहीं कांग्रेस के नेता ने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीबीआई से जांच करवाने को लेकर एक पत्र भी लिख दिया है तो वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के नगरीय निकाय मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पूरे मामले को लेकर कहा है कि जो भी इस घोटाले में दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा, तो वही पुलिस इस पूरे मामले में लगातार जांच पड़ताल कर रही है प्रारंभिक तौर पर तकरीबन 4 से 5 ठेकेदारों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किए गए हैं और उनकी तलाश में पुलिस ने विभिन्न जगहों पर दबिश भी दी फिलहाल सभी ठेकेदार फरार चल रहे हैं और पुलिस का कहना है कि जल्दी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बाइट – राजेश दंडोतिया , एडिशनल डीसीपी , इंदौर