Edited By Garima Singh | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated:
बीते सप्ताह दुनिया के कई वैज्ञानिकों की तरफ कोरोना के मामले में एक नया तथ्य प्रस्तुत किया गया था। कि कोरोना हवा के माध्यम से भी फैलता है। अब इस विषय पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से अपना पक्ष साफ कर दिया गया है। हवा के जरिए कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने के बारे में एक-दो नहीं बल्कि दुनिया के करीब 32 देशों के हेल्थ एक्सपर्ट्स ने शोध करके वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन को इस संक्रमण से जुड़ी सूचनाओं को अपडेट करने के लिए कहा था।
जानकारी मिलने के बाद वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO)ने इस विषय पर शोध संबंधी डेटा का परीक्षण किया। लेकिन उसे इस बात के पुख्ता प्रमाण नहीं मिले हैं कि कोविड-19 हवा के जरिए भी फैलता है। यहां हम आपके लिए यह बात साफ कर देना चाहते हैं कि सांस के जरिए कोरोना संक्रमण का फैलना और हवा के जरिए कोरोना संक्रमण का फैलना दो अलग-अलग बातें हैं। इसलिए इस बात को लेकर आप किसी तरह के असमंजस में ना पड़ें।
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इस विषय पर कई हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि WHO ने कोविड-19 को फिलहाल एयर बोर्न यानी हवा जनित नहीं माना है। लेकिन अगर कोई वायरस एयर बोर्न होता भी है तब भी होस्ट ना मिल पाने की स्थिति में वह वायरस हवा में अधिक समय तक जीवित नहीं रह पाता है। इसलिए इस बात को लेकर बहुत अधिक चिंता पालने की जरूरत नहीं है।
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हम जो कर सकते हैं
-हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना से सुरक्षा के लिए हम जिन नियमों का पालन अभी तक करते आ रहे हैं, उन्हें पूरी सतर्कता के साथ अपनाने पर ही हम इस वायरस से सुरक्षित रह सकते हैं। जैसे कि मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, हैंडसैनेटाइजर का उपयोग करना और अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखना। इन बातों के अतिरिक्त अभी बाकी सभी चीजें ऐसी हैं, जिन पर लगातार नए अपडेट्स आ रहे हैं। इसलिए बेहतर होगा कि हम अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करें।
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भ्रम की स्थिति से बचें
-कोरोना के बारे में लगातार आ रही नई-नई अपडेट्स और उनके प्रति लोगों के रिऐकशन्स को देखते हुए मनोचिकित्सक इस बारे में बहुत अधिक पैनिक ना होने की सलाह दे रहे हैं। कड़कड़डूमा (दिल्ली) स्थित मेंटल हेल्थ केयर सेंटर की क्लीनिकल काउंसलर इरा गुप्ता का कहना है कि ”कोविड-19 के आउटब्रेक से लेकर अब तक हमारे पास इस तरह के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जो इस संक्रमण के डर से स्ट्रेस और एंग्जाइटी का शिकार हो रहे हैं।
-इस स्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि संक्रमण और वायरस के बारे में अधिक बातें सोचकर परेशान होने की जगह हम अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत का ध्यान रखें। इस बात को समझने की बहुत जरूरत है कि कोरोना के बारे में जो लगातार अपडेट्स आ रही हैं, वे उससे जुड़े ताजा शोध के आधार पर होती हैं। खुद शोधार्थी इस बारे में पुख्ता रूप से कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं। क्योंकि यह संक्रमण हम सभी के लिए एक नई तरह की बीमारी है और वैज्ञानिक इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी जुटाने की हर संभव कोशिश कर हे हैं। इसलिए मन को शांत रखें और सेहत पर ध्यान दें।”
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