- विनय दुबे ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था चुनावः मलिक
- विनय दुबे पर भीड़ को गुमराह करने का आरोप, पुलिस ने दबोचा
मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भीड़ इकट्ठा करने के आरोपी विनय दुबे को लेकर महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री और एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने प्रतिक्रिया दी है. इसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि आरोपी विनय दुबे एनसीपी का नेता नहीं हैं.
नवाब मलिक ने ट्वीट कर कहा, ‘जिस विनय दुबे को नवी मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया और बाद में मुंबई पुलिस को सौंप दिया, वह एनसीपी का नेता नहीं हैं. कुछ मीडिया के लोग विनय दुबे को एनसीपी का नेता बता रहे हैं, जो झूठ है और ऐसा लगता है कि हमारी पार्टी की छवि को बिगाड़ने के लिए दुर्भावना से यह अभियान चलाया जा रहा है.’
This is to make it clear that the man Vinay Dube arrested by @Navimumpolice and later by @MumbaiPolice is not a member of the NCP.
Some sections of News Media are calling him an NCP leader, which is false and appears to be a malicious campaign to malign the image of our party.
— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) April 15, 2020
एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने एक अन्य ट्वीट में विनय दुबे के उन चुनावी पोस्टरों को भी ट्वीट किया, जिसमें उसने खुद को निर्दलीय उम्मीदवार बताते हुए लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ा था. उन्होंने आरोपी विनय दुबे को एनसीपी नेता के तौर पर पेश किए जाने पर कानूनी कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी है.
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आपको बता दें कि मंगलवार को मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी. इस मामले में विनय दुबे को नवी मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया था और बाद में मुंबई पुलिस को सौंप दिया था. लॉकडाउन के दौरान विनय दुबे पर भीड़ को गुमराह करने का आरोप है.
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विनय दुबे ‘चलो घर की ओर’ कैंपेन चला रहा था. अपने फेसबुक पर शेयर किए गए पोस्ट में उसने टीम के बांद्रा में होने की बात कही थी. इस मामले में पुलिस ने एक हजार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. आरोपी विनय दुबे के खिलाफ आईपीसी की धारा 117, 153 ए, 188, 269, 270, 505(2) और एपिडेमिक एक्ट की धारा 3 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.