रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को पाकिस्तान के भारत में हिंसा फैलाने के नापाक मंसूबों को नाकाम करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, पाकिस्तान हमसे कभी परंपरागत युद्ध में नहीं जीत सका इसलिए अब आतंकवाद का सहारा लेकर छद्म युद्ध छेड़ रहा है। लेकिन दहशत फैलाने के उसके मंसूबों को सेना सफल नहीं होने देगी। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी की पासिंग आउट परेड में रक्षामंत्री ने कहा, पाकिस्तान युद्ध के मैदान की तरह यहां भी परास्त होगा।रक्षामंत्री ने कहा, 1948 के बाद से पाकिस्तान ने 1965, 1971 और 1999 में हमारी सेना का शौर्य देख लिया है और उसे समझ में आ गया है कि कुछ भी कर ले लेकिन वह हमारी सेना से परंपरागत युद्ध में जीत हासिल नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा, हम अपनी सीमाओं की संप्रभुता और देश की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके भीतर आतंकी ठिकाने लगाने और यहां दहशत फैलाने के पाकिस्तान के किसी भी मंसूबे को सफल नहीं होने देंगे। ऐसी किसी भी हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
सिर्फ सीमा नहीं सीमापार कार्रवाई में भी सक्षम
राजनाथ सिंह ने कहा, भारतीय सेना अपनी सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ सीमापार भी कार्रवाई करने में सक्षम है। 2016 में पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में बालाकोट में एयरस्ट्राइक इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा, अगर दुश्मन हमारी ओर आंख उठाकर देखेगा तो उसके घर में घुसकर उसका सफाया किया जाएगा। उन्होंने कहा, आतंकियों के साथ साथ हमें साइबर वॉर से भी निपटना होगा। इंटरनेट पर घृणा फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी।
कैडेट्स को दी संविधान सुरक्षा की सीख
रक्षामंत्री ने पासिंग आउट परेड में कैडेट्स को संविधान सुरक्षा की भी सीख दी। उन्होंने कहा, सेना का हिस्सा होने के साथ ही आपके कंधों पर संविधान की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी होती है। संविधान की रक्षा ही सैन्य एवं नागरिक नेतृत्व के बीच का एक सूत्र है। उन्होंने कहा, सरकार भर्तियों के साथ साथ रक्षा विकास एवं कूटनीति की दिशा में भी काम कर रही है। मोदी सरकार ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर पूरी दुनिया के सामने बेनकाब किया है जिसके कारण आज वह अलग-थलग पड़ गया है। FacebookTwitterShare