ललितपुर। रात में पड़ रही सर्दी और दिन में तेज धूप से हो रही गर्मी से मौसम का मिजाज बदल रहा है। इससे मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ने लगा है। जिला अस्पताल में सामान्य दिनों की अपेक्षा 30 प्रतिशत अधिक मरीज उपचार के लिए आ रहे हैं। इनमें खांसी, जुकाम, बुखार के मरीज अधिक हैं। सोमवार को 630 महिला और 702 पुरुष मरीज इलाज के लिए आए।
दो सप्ताह से मौसम में दिनों दिन परिवर्तन हो रहा है। दिन में अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। दिन में तेज धूप निकलने से गर्मी बढ़ जाती है। शाम को तापमान में गिरावट होने से सर्दी बढ़ने लगती है। अधिकांश लोग सर्दी से अपना बचाव नहीं कर पा रहे हैं और लापरवाही के चलते मौसमी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। इसका असर सरकारी व निजी अस्पतालों में देखने को मिल रहा है।
बीमारइईयों की चपेट में बड़ों के साथ बच्चे भी आ रहे हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डा. विजय द्विवेदी ने बताया कि सर्दी से बचाव नहीं कर पाने से बच्चों में खांसी, जुकाम, निमोनियां व अस्थमा जैसी बीमारियों हो रहीं है। वर्तमान में इन्हीं बीमारियों का प्रकोप बना हुआ है।
वरिष्ठ फिजीशियनों के पास मौसमी बीमारियों से प्रभावित मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें खांसी, जुकाम, बुखार, मलेरिया व टाईफाइड के अधिक मरीज आ रहे हैं। सोमवार को जिला अस्पताल में विभिन्न बीमारियों के मरीज विशेषज्ञों के पास उपचार कराने पहुंचे। जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. अमित चतुर्वेदी ने बताया कि मौसम के बदलने से बीमारियां फैल रही है। इससे लोगों को बचाव करने की अधिक आवश्यकता है। जिला अस्पताल में सामान्य दिनों की अपेक्षा मरीजों की संख्या तीस प्रतिशत अधिक हो गई है। सोमवार 702 पुरुष व 630 महिला मरीज उपचार कराने के लिए पहुंचे। जबकि, इससे पहले करीब एक हजार मरीज आ रहे थे। मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण पर्चा बनवाने से लेकर चिकित्सक की ओपीडी और अंत में दवा वितरण कक्ष के पास घंटों तक बारी आने का इंतजार करना पड़ रहा है।
इस तरह करें बचाव
– रात के समय बच्चों को सर्दी से बचाएं।
– फुल कपड़े पहनाएं।
– कपड़े गीले होने पर शीघ्र ही बदल दें।
– साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।
– बीमार होने पर तुरंत चिकित्सक से इलाज कराएं।