नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) को लेकर मध्य प्रदेश में सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस (Congress) और भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) में इस कानूने को लेकर घमासान मचा हुआ है। जबकि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने मुख्यमंत्री कमलनाथ (Chief Minister Kamalnath) पर तंज कसा है। आपको बता दें कि कमलनाथ ने किसी भी कीमत पर सीएए को प्रदेश में लागू ना करने की बात कही है। इस बात पर शिवराज ने कहा कि ये भारत की संसद से पास कानून है।नागरिकता के मामले में सारे अधिकार केंद्र को संविधान ने दिए हैं। भारत की संसद ने बिल पास करके कानून बनाया है। सीएम साहब आपने ये शपथ ली है कि मैं भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा। ये उस शपथ का उल्लंघन है। संसद के बनाए गए कानून को लागू ना करने की बात कहना संविधान का अपमान है। संविधान की अवमानना है। ऐसा व्यक्ति मुख्यमंत्री के पद पर नहीं रह सकता है, जो ये कहे कि मैं इस बिल को मध्य प्रदेश में लागू नहीं होने दूंगा। बिल का अंतिम सांस तक विरोध करूंगा। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस सरकार के पैदल मार्च पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएए पर कांग्रेस गलतफहमी पैदा कर रही है। हिंसा भड़काने की कोशिश कर रही है। ये नागरिकता देने का कानून है, लेने का नहीं।