Monday, December 23, 2024
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लॉकडाउन में लिया सोशल मीडिया का सहारा, यहां WhatsApp के जरिए हो रही बच्चों की पढ़ाई, took support of social media in lockdown children studying through WhatsApp | dhamtari – News in Hindi

लॉकडाउन में लिया सोशल मीडिया का सहारा, यहां WhatsApp के जरिए हो रही बच्चों की पढ़ाई

सोशल मीडिया के जरिए ये टीचर बच्चों की क्लास ले रहे हैं.

धमतरी (Dhamtari) जिले के शिक्षक (Teacher) राजेश पाण्डेय ने एक वाट्सअप ग्रुप (WhatsApp Group) बनाया जिसके माध्यम से पढ़ाई करा रहे है.

धमतरी. कोरोना संक्रमण (COVID-19) को रोकने के लिए शासन ने निर्देश जारी कर स्कूल-कॉलेज बंद रखने का फैसला लिया था ताकि भीड़ न हो. स्कूल (School) खुलते तो अभी परीक्षा (Exam) का समय होता. बच्चे रिवीजन करते. लेकिनअभी सभी भीड़ वाली जगहों को बंद कर दिया गया है जिससे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. इसको लेकर शिक्षक राजेश पाण्डेय ने एक वाट्सअप ग्रुप (WhatsApp Group) बनाया जिसके माध्यम से पढ़ाई करा रहे है.

दरअसल, शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक शाला कुरुद के शिक्षक राजेश पाण्डेय (Rajesh Pandey) के मन में ख्याल आया कि लॉकडाउन (Lockdown) के बाद बच्चों को पढ़ाई के संबंध में जानकारी ली जाए की छुट्टी में आखिर बच्चे कर क्या रहे हैं. तो टीचर को पता चला की बच्चे बेवजह अपना समय बिता रहे हैं. आज पढ़ेंगे, कल पढ़ेंगे, ऐसे बहाने निकाले जा रहे हैं. इसके बाद शिक्षक के मन में ख्याल आया कि क्यू न वाट्सअप ग्रुप बना कर ही पढ़ाई कराई जाए. इसके बाद शिक्षक ने ग्रुप बनाया.

धीरे-धीरे जुड़ते गए बच्चे

 शिक्षक राजेश पाण्डेय की मानें तो प्रथम चरण में 6 छात्र ही जुड़े और धीरे-धीरे वर्तमान में 27 बच्चे जुड़ गए हैं. ग्रुप के माध्यम से रोजाना समय निकाल कर शिक्षक अपने स्कूल के विद्यार्थियों को पढ़ाई करा रहे है जिसमें होम वर्क भी दिया जा रहा है. अगर बच्चे किसी विषय को समझ नहीं पाते तो पर्सनल वीडियो कॉलिंग के जरिए उसकी समस्या का समाधान कर रहे है. बच्चे भी बेझिझक अपना सवाल कॉल करके बता रहे हैं.

पालकों का भी मिल रहा है भरपूर सहयोग

शिक्षक राजेश ने बताया कि पालकों की महती भूमिका इसमें दिख रही है. लॉकडाउन के चलते गांवों में रीचार्ज की समस्या आ रही. बच्चों की पढ़ाई में कोई परेशानी न हो इसलिए पालक कहीं न कहीं से इंटरनेट का रिचार्ज भी करवा रहे हैं. राजेश का कहना है कि बहुत से बच्चों के पास मोबाइल नहीं है. तो पेरेंट्स अपना फोन बच्चों को दे देते हैं ताकि वो पढ़ाई कर सके. तो वहीं 11वीं कक्षा के प्रमोसशन पर शिक्षक राजेश ने कहा कि शासन ने आदेश दे दिया है. लेकिन शैक्षाणिक जानकारी जरूरी है. इसलिए इनका भी क्लास सोशल मीडिया के माध्यम से चल रहा है.

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First published: April 10, 2020, 3:59 PM IST




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