‘शस्त्र देवता पूजनम्, रक्षा कर्ता पूजनम्’अधर्म पर धर्म की विजय के महापर्व विजयादशमी व लोकमाता देवी अहिल्याबाई के 300वें जन्मजयंती वर्ष के पुण्य अवसर पर पुलिस लाइन, इंदौर में वैदिक विधि-विधान के साथ शस्त्र पूजन कर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान प्रभु श्रीराम से संपूर्ण जगत के मंगल एवं कल्याण की प्रार्थना की।भारतीय परंपरा में शस्त्र और शास्त्र दोनों का ही विशिष्ट स्थान है, शास्त्र हमें धर्म के मार्ग पर चलना सिखाते हैं तथा शस्त्र हमें धर्म की रक्षा करना सिखाते हैं। इनका समन्वय और सामंजस्य मनुष्य जीवन को संतुलित और समृद्ध बनाते हैं।