- मोदी सरकार 2.0 का एक साल, आजतक पर e-एजेंडा कार्यक्रम का आयोजन
- e-एजेंडा आजतक के मंच पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी शिरकत की
मोदी सरकार 2.0 का एक साल पूरा हो चुका है. इस मौके पर आयोजित आजतक के खास कार्यक्रम e-एजेंडा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी शिरकत की. अमित शाह ने e-एजेंडा आजतक के ‘मोदी 2.0 का एक साल’ सत्र में भाग लिया और अपनी राय रखी. केंद्रीय गृह मंत्री ने इस मौके पर पश्चिम बंगाल और बिहार जैसे महत्वपूर्ण राज्यों में होने वाले चुनावों पर भी बात की.
चर्चा के दौरान जब अमित शाह से बिहार और बंगाल में होने वाले चुनावों के समय से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चुनाव की तारीख तो चुनाव आयोग को तय करना है. जहां तक मेरा मानना है इतने बड़े राज्यों के चुनाव कभी टलते नहीं हैं लेकिन अंतिम निर्णय तो चुनाव आयोग को ही लेना है.
यह भी पढ़ें: अमित शाह बोले- सरकार के 6 साल शानदार, 60 करोड़ लोगों का जीवन स्तर बदला
दोनों राज्यों में बीजेपी की स्थिति पर बात करते हुए बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जहां तक बिहार और बंगाल का सवाल है. बिहार में हम बहुत ही अच्छी स्थिति में हैं और बंगाल सुनिश्चित रूप से पूर्ण बहुमत के साथ हम जीतने जा रहे हैं.
बंगाल की राजनीति और श्रमिक स्पेशल ट्रेनों पर ममता बनर्जी की टिप्पणी पर बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि ऐसा कहना कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में लोगों को ठूंस-ठूंस कर भेजा जा रहा है, यह देशभर में रहने वाले बंगालियों का अपमान है. सभी राज्य अपने प्रवासी मजदूरों को सम्मान के साथ ले जा रहे हैं. उनको क्वारनटीन कर उनके खाने-पीने का इंतजाम कर रहे हैं. उनको कोरोना स्पेशल कहना जो बंगाली अन्य राज्य में रहकर देश के विकास में योगदान दे रहे हैं उनका अपमान है.
यह भी पढ़ें: लॉकडाउन पर विपक्ष ने उठाए सवाल, अमित शाह बोले- ये वक्रदृष्टा लोग हैं
बंगाल जीतने की प्रबल इच्छा के पीछे की वजह बताते हुए अमित शाह ने कहा कि बंगाल एक सरहदी राज्य है. जिस तरह से वहां पर परिस्थिति बनी है मुझे लगता है कि वहां पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनना निश्चित है. यह बंगाल की जनता तय कर चुकी है. 2019 के चुनावों में इस बात का संकेत बंगाल की जनता दे भी चुकी है. बंगाल की रणनीति पर आगे बात करते हुए शाह ने कहा कि रणनीति तो अध्यक्ष जी तय करेंगे लेकिन यह जरूर कहूंगा कि हम एक होकर लड़ेंगे.
केरल-बंगाल में हिंसा राजनीतिक शिष्टाचार: अमित शाह
अमित शाह ने बातचीत के दौरान आगे कहा कि केरल और बंगाल दोनों ही राज्यों में राजनीति के अंदर हिंसा शिष्टाचार बन चुकी है. मुझे लगता है कि देश की राजनीति और देश के लोकतंत्र के लिए यह परिस्थिति ठीक नहीं है. मुझे लगता है कि यह परिस्थिति बदलनी चाहिए. जो पार्टियां हिंसा का समर्थन करती हैं. उनको लोकतंत्र में सत्ता से बाहर होना चाहिए और बंगाल की जनता इस बार ऐसा ही निर्णय करेगी.
यह भी पढ़ें: योगी बोले- 30 लाख मजदूर यूपी लौटे, सबको राज्य में ही काम देने का लक्ष्य
जब अमित शाह से यह पूछा गया कि आप यह कहना चाहते हैं कि ममता बनर्जी हिंसा का समर्थन करती हैं तो उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा नहीं कहा, मैंने ममता जी का नाम भी नहीं लिया. लेकिन बंगाल के अंदर राजनीतिक हिंसा है इस बात से न ही मैं इनकार कर सकता हूं और न ही बंगाल कर सकता है. इसलिए जो पार्टियां राजनीतिक हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं जिनको बंगाल संभालना था. पहले 27 साल कम्युनिस्टों ने संभाला फिर पिछले 10 साल से ममता जी संभाल रही हैं. लेकिन हिंसा नहीं संभली यह बढ़ती ही गई और बंगाल भी पिछड़ता गया. अब मुझे लगता है कि बंगाल में परिवर्तन का समय आ गया है.