सीएम हाउस में आयोजित हुआ लाड़ली लक्ष्मी उत्सव
मुख्यमंत्री ने भांजियों के खाते में ₹366 करोड़ 21 लाख की राशि का अंतरण भी किया
भोपाल। मध्य प्रदेश की लाड़ली लक्ष्मी योजना मंगलवार को 16 साल की हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2 मई 2007 को यह योजना प्रारंभा की थी। आज 16 साल पूरे होने के मौके पर मुख्यमंत्री निवास में राज्य स्तरीय लाड़ली लक्ष्मी उत्सव हुआ। यहां पर पूरे राज्य से आईं लाड़ली लक्ष्मियों ने मामा शिवराज का आभार जताते हुए अपने अनुभव साझा किये। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी भांजियों पर पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया। दिलचस्प बात यह है कि आज के इस कार्यक्रम के मंच संचालन से लेकर सभी प्रस्तुतियां भांजियों ने ही संपादित की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना ने लोगों को सोच को बदल कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि बेटियां माता-पिता का अंतिम समय तक साथ देती हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू होने के बाद से अब तक हुए बदलाव की कहानी भी सुनाई।
प्रोत्साहन राशि अंतरित की
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली लक्ष्मी उत्सव में प्रदेश की 13 लाख 30 हजार बेटियों के खाते में ₹366 करोड़ 21 लाख की राशि का अंतरण भी किया। उन्होंने बताया कि अब तक मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत प्रदेश में अब तक ₹373 करोड़ से ज्यादा की छात्रवृत्ति का वितरण किया जा चुका है।
16 साल में बदली समाज की सोच
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में वर्ष 2006-07 में लिंगानुपात 911 था। यानि की 1000 बेटों पर 911 बेटियां ही जन्म लेती थीं। इसक बाद हमने 2 मई 2007 को लाड़ली लक्ष्मी योजना लांच की। अब 2022-23 में 1 हजार बेटों पर 956 बेटियां जन्म ले रही हैं। ऐसे ही वर्ष 2006-07 में कुल लिंगानुपात 948 था, जो अब बढ़कर 970 पहुंच गया है।
1 लाख 43 हजार पा रही लाड़ली लक्ष्मी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत राज्य में 44 लाख 85 हजार से अधिक बेटियां हैं। इनका वर्तमान और भविष्य सुरक्षित हो गया है। 12वीं पास होने के बाद 25 हजार रुपए की राशि पढ़ाई के लिए दो किश्तों में दी जा रही है। 21 साल के होने पर बेटियों को 1 लाख 43 हजार रुपये की राशि प्राप्त हो रही है।
एमपी की योजना कई राज्यों ने अपनाया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना की सफलता को देखकर कई राज्यों ने इसे अलग-अलग नाम से शुरू किया। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा और झारखंड ने इसे अपने यहां लागू किया है।
अब लखपति बेटियां पैदा हो रही
सीएम शिवराज ने कहा कि मैंने बचपन से ही बेटियों के साथ भेदभाव होते हुए देखा है। बेटियों का दर्द देखा है। मैं उनकी भावनाओं को जानता हूं, इसलिए सीएम बनते ही सबसे पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई। अब यहां बेटियां लखपति पैदा हो रही हैं।
16 साल में बदली समाज की सोच
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज योजना को लागू हुए 16 साल हो गए। इतने सालों में समाज में बेटियों के प्रति सोच बदली है। योजना से 44 लाख 85 हजार से अधिक बेटियों का वर्तमान और भविष्य सुरक्षित हुआ है।
भांजियों ने सुनाए अनुभव, सीएम शिवराज हुए भावुक
रचना नगर भोपाल की खुशबू राउत कक्षा 12वीं में पढ़ रही है। खशबू ने कहा कि मैं ईश्वर का धन्यवाद करती हूं कि मैं ऐसे प्रदेश में पैदा हुई जहां के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं।
अगर वे नहीं होते तो मेरा क्या होता। खुशबू ने बताया कि मैं बहुत छोटी थी, मेरी बहन 11 महीने की थी। तब ही मेेरे माता-पिता का निधन हो गया था, आर्थिक तंगी आ गई थी। हमें हमारी मौसी पाल रही थीं, लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। लेकिन लाड़ली लक्ष्मी योजना के कारण हमारा जीवन आसान हो गया। अब दोनों बहनों को मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के तहत चार-चार हजार रूपये मिल रहे हैं। अब हमारा जीवन आसान हो गया है। यह सुनकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भावुक हो गए और उनके साथ मंच पर बैठ चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग की आंखों में आंसू आ गए।
प्रस्तुति ने मोहा मन
कार्यक्रम के दौरा कई भांजियों ने सांस्कृति व अन्य प्रस्तुतियां दी। लाड़ली लक्ष्मी गीत, गणेश वंदना, जूड़ो कराटे, स्वयं की सुरक्षा, योग आदि प्रस्तुति दी।मुख्यमंत्री ने इन प्रस्तुतियों को अद्भुत और अकल्पनीय बताया।
भांजियों के साथ रोपा पौधा
लाड़ली उत्सव के पहले मुख्यमंत्री ने तात्या टोपे स्टेडियम के पास स्थित लाड़ली वाटिका में बेटियों के साथ आम के पौधे लगाए।
पुस्तिका का विमोचन
मुख्यमंत्री ने लाड़ली ल़क्ष्मी उत्सव के दौरान ’लाड़ली लक्ष्मी योजना’ की प्रगति पर आधारित पुस्तक का विमोचन भी किया।
उच्च शिक्षा की सभी फीस भरवाएगा मामा
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में ऐलान किया कि आज हम एक फैसला कर रहे हैं कि लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत अब मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, लॉ कॉलेज और आईआईटी की फीस मम्मी-पापा नहीं बल्कि शिवराज मामा भरवाएगा।