भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस में पदस्थ एक महिला कांस्टेलब को गृह विभाग ने उसे लिंग परिवर्तन के लिए अनुमति प्रदान कर दी है। मामला रतलाम जिले से जुड़ा है। महिला कांस्टेलब का नाम दीपिका कोठारी है। दीपिका बचपन से ही जेंडर आईडेंटिटी डिसऑर्डर से परेशान है। सोमवार को गृह विभाग ने दीपिका को लिंग परिवर्तन कराने के लिए अनुमति जारी की है। अब वह आसानी से लिंग परिवर्तन करवा सकती है।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश पुलिस में 2021 में निवाड़ी जिले में पदस्थ महिला कांस्टेबल आरती यादव को भी लिंग परिवर्तन कराने की अनुमति मिल चुकी है। अब दीपिका दूसरी महिला कांस्टेबल होंगी जो कि पुरुष बनेंगी। गृह विभाग के अधिकारियों के अनुसार नई दिल्ली के मनोचिकित्सक डॉ. राजीव शर्मा ने दीपिका में जेंडर आईडेंटिटी डिसऑर्डर होने की पुष्टि की है। इसके बाद दीपिका ने 2021-22 में जेंडर परिवर्तन को लेकर राज्य सरकार को शपथ पत्र के साथ आवेदन किया था। दीपिका ने आरती के लिंग परिवर्तन के आदेश को भी प्रमाण के रूप में संलग्न किया था। इसके बाद पुलिस मुख्यालय ने एक प्रस्ताव शासन को भेजा था। इसके बाद गृह विभाग ने विधि विभाग से अभिमत लेकर महिला कांस्टेबल को लिंग परिवर्तन की अनुमति जारी कर दी। आदेश में लिखा है कि कि महिला कांस्टेबल द्वारा पुरुष बनने के बाद से दीपिका को ऐसी कोई भी सुविधा नहीं मिलेगी, जो कि महिलाओं को मिलती हैं। लिंग परिवर्तन के बाद दीपिका, पुरुष वर्ग में आएगी। जेंडर आइडेंटिटी डिसऑर्डर (identity disorder) को या जेंडर डायसोफोरिया (gender dysphoria) भी कहा जाता है। जिसके अंदर यह बीमारी होती है वह लड़का, लड़की की तरह व्यवहार करता है। जबकि लड़की, एक लड़के की तरह व्यवहार करती है। दोनों ही विपरीत लिंग के अनुसार अपनी जिंदगी जीना चाहते हैं। बीमारी के लक्षण तो कुछ में बचपन से ही दिखना शुरू हो जाते हैं, कुछ में देरी से उभरते हैं। जैसे कोई पुरुष है तो वह महिलाओं की तरह कपड़े पहनने लगता है, मेकअप करता है, इशारे करता है। महिला भी पुरुष की तरह आचरण करती है।
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