सब कुछ ठीक रहा उत्तर प्रदेश तो बुंदेलखंड में देशी-विदेशी कंपनियों की निगाह में होगा। इस आकर्षण की वजह है ललितपुर में बहुमूल्य धातु प्लेटिनम का भंडार मिलना। इसके चलते कंपनियां ललितपुर के पहाड़ों में प्लेटिनम और अन्य बहुमूल्य खनिजों का खनन करेंगी।
बुंदेलखंड के ललितपुर जिले में प्लेटिनम होने की पुष्टि भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की सर्वे टीम ने की है। जहां प्लेटिनम होने की पुष्टि हुई है, उस क्षेत्र को पांच खंडों में बांटकर सर्वे किया गया। जिसमें पहाड़ों के बीच बड़ी मात्रा में प्लेटिनम होने के संकेत मिले हैं।
प्लेटिनम सर्वे के लिए जीएसआई को पत्र
निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म रौशन जैकब ने बताया कि ललितपुर में प्लेटिनम होने की पुष्टि विभाग की सर्वे टीम ने किया है। यह पुख्ता करने के लिए कि प्लेटिनम का भंडार है या नहीं सबसे उच्च श्रेणी का जी थ्री सर्वे कराया गया। उन्होंने बताया है कि प्लेटिनम निकालने के लिए खनन से पूर्व जीएसआई से भी सर्वे कराने का फैसला किया गया है। जीएसआई को पत्र लिखा जा रहा है। ललितपुर में रॉक फास्फेट के खनन के लिए विभाग ने वन विभाग से अनुमति मांगी है। अनुमति मिलते ही वहां पर फिर से रॉक फास्फेट का खनन शुरू हो जाएगा। इस जिले के भूगर्भ में सोना होने के संकेत भी हैं।
सोनभद्र में सोने के खनन के लिए वन विभाग से लेंगे अनुमति
दूसरी तरफ सोनभद्र के हरदी में करीब 600 किलो सोना होने की पुष्टि भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की सर्वे टीम ने किया है। जीएसआई सर्वे में सोनभद्र की सोनापहाड़ी में 52806 टन सोना होने का अनुमान लगाया है। जीएसआई सर्वे में सोनभद्र जिले के पटवाध और भरहारी में सिलिमेनाइट, एंडालुसाइट और पोटास भी पाया गया है। निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म रौशन जैकब का कहना है कि ये सारे खनिज वन क्षेत्र में हैं। वन विभाग से खनन की अनुमति लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अनुमति मिलने पर खनन की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।